नयी दिल्लीः मध्य प्रदेश में ऑपरेशन लोटस की आहट से एक बार फिर से सियासी बवाल शुरू हो गया है. प्रदेश कांग्रेस और भाजपा के बीच विधायकों की खींचतान का हाई वोल्टेज ड्रामा मंगलवार आधी रात गुरुग्राम के एक होटल में देखने को मिला. कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर 10 विधायकों को गुरुग्राम के एक लग्जरी होटल में बंधक बनाने का आरोप लगाया और चर्चा होने लगी कि कमलनाथ सरकार पर संकट मंडराने लगा है.
अब कांग्रेस ने दावा किया है कि वो दस में से छह विधायकों को वापस ले आई है. 10 जो आये थे दिल्ली उनमें दो बसपा, एक सपा , तीन निर्दलीय और चार कांग्रेस के बताये जा रहे हैं. छह विधायक जो लौटे हैं उनमे बीएसपी के दो , सपा के एक और ऩिर्दलीय तीन हैं. इससे पहले कांग्रेस ने बीजेपी पर कमलनाथ सरकार को गिराने की कोशिश करने और विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का भी आरोप जड़ा. इसके बाद कांग्रेस हरकत में आई और आधी रात को विधायकों को गुरुग्राम के होटल से निकालकर राहत की सांस ली.
गौरतलब है कि यह सारा मामला मंगलवार सुबह से ही चल रहा है जब दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाए थे कि उनकी पार्टी के विधायकों को भाजपा चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली ले जा रही है, जबकि भाजपा ने इसका खंडन करते हुए साफ शब्दों में कहा था कि यह कांग्रेस की आंतरिक कलह का परिणाम है.